मामा के लड़के के साथ की चुदाई

दोस्तों कैसे हो आप सभी आशा करते हैं कि आप सभी अच्छे ही होंगे। मेरा नाम रीना है। मैं UP में रहती हूँ। मेरे घर में मैं मेरा भाई और मेरी माँ रहती हैं और साथ में हमारे घर में मेरे मामा का लड़का रहता हैं उसका नाम राहुल हैं।

यह कहानी मेरे और मेरे मामा के लड़के की कहानी हैं। मैं और राहुल दोनों बचपन से ही साथ में पढ़ते थे। बचपन में बहुत सेटनिया करते थे। हम दोनों एक ही क्लास में पढ़ते थे और एक ही बैंच पर बैठते थे।

हम दोनों साथ ही स्कूल जाते और साथ ही घर आते थे और बहुत-सी मस्तिया किया करते थे। एक दिन हम टीवी देख रहे थे हम टीवी में रेसलिंग देख रहे थे अब आपको तो पता ही हैं जब हम रेसलिंग देखते हैं तो हमें ऐसा लगता हैं की हम भी बहुत ताकतवर हैं और हमें भी लड़ने का जॉश आता हैं।

ऐसे ही हम दोनों को जोश आया और हम दोनों लड़ने लगे लड़ते लेट गलती से हभी उसका हाथ मेरे गुबारों पर लगता और जैसे ही वह मेरको बिस्तर पर पटकता तो मेरे गुब्बारे उसकी छाती से टकरा गए मेरको सरम आई और में चुपचाप खड़ी हो गई अब वह तो हमारा बचपन था।

लेकिन अब हम २० साल के हो चुके थे और हम कॉलेज में जाने लगे थे। हम दोनों पढ़ने में अच्छे थे। अब हम दोनों एक ही कॉलेज में-में पढ़ते थे एक दी हमारे घरवाले बहार गए हुए थे और हमारे कॉलेज के एक्साम चल रहे थे।

हम दोनों इस वज़ह से बहार नहीं जा पाए। तो हमारे घरवालों ने हमें छोड़ दिया। अब हमने अपने एक्साम की तयारी कर ली थी और रिलेक्स करना चाहते थे। हम दोनों ने टीवी देखना चालू किया और रेसलिंग देखना चालु किया ये देख के हमारी पुरानी यादे तजा हो गई।

अब मेने राहुल से बोलै की चलो हम पहले की तरह लड़ते हैं। राहुल ने भी हाँ बोलने में टाइम नहीं लगाया जैसे ही मैंने उससे पूछा उसने मेरी गर्दन पकड़ के मुझे पलग में धकेल दिया। अब हम दोनों लड़ने लगे।

अब में उसकी टांगो को पकड़ के खड़ी हो रही थी तो गलती से मेरा मुँह उसके नुनु पर टच हो गया। मेरा मुँह टच होते ही राहुल के पाजामे में हरकत हुई। उसका नुनु एकदम से हिलने लगा।

अब राहुल मेरी तरफ़ अपनी पीठ दिखा के खड़ा हो गया ताकि वह अपने नुनु को सांत कर सके। मैं घूम के उसके आगे गई तो सुने अपने हाथो से अपने नुनु को दबा रखा था।

मेने पूछा क्या हुआ राहुल कोई दिकत हैं क्या वह कुछ नहीं बोलै। मेने उसका हाथ उसके नुनु के ऊपर से हटाया तो उसका नुनु पूरी तरह से तना हुआ था। मेने राहुल को देखा और सरमाई।

अब हम दोनों के मन में एक ही चीज चल रही थी पर हम किसी कारन वश अभी तक रुके हुए थे। अब राहुल बाथरूम में गया और बाथरूम की कुण्डी लगाना भूल गया। मुझे भी बहुत तेजी से सुसु आ रही थी।

मेने देखा की राहुल बाथरूम में खड़े होकर अपने नुनु को हिला रहा था। मैं पीछे से आई और खस्सी राहुल हड़बड़ा के अपने नुनु को फटाफट अपने पाजामे में दाल दिया और बाथरूम से निकल गया।

राहुल जाके अपने रूम में जाकर उल्टा लेट गया। मैं राहुल के पास गई और उसे सीधा किया और बोली सरमाओ नहीं अब मुझे पता है कि तुम बाथरूम में क्या कर रहे थे।

मेरे इतना बोलते ही राहुल ने मेरे बाल पकडे और मेरी चूमि ली ली। में उसे देखती रह गई। राहुल बोलै अब मुझसे रुका नहीं जा रहा हैं में क्या करू।

मेने राहुल को देखा और बोली अब मुझसे भी नहीं रुका जा रहा हैं। मैंने राहुल के पास आई और उसके पाजामे को निचे किया और उसका नुनु अपने हाथो में ले लिया।

उसका नुनु गरम और एकदम सख्त हो रखा था। उसका नुनु बार-बार अपने आप हिल रहा था। मेने उसके नुनु को हिलाना चालु किया तो राहुल में मेरे कपडे उतरना चालु कर दिया उसने पहले मेरी कमीज उतारी और फिर मेरी ब्रा के हुक खुल दिए अब मेरे गुब्बारे उसके सामने एकदम गोल मटोल थे।

उसने अपने हाथो से ऐसे सहलाया जैसे कि उसे पता नई क्या चीज मिल गई हो। में उसके नुनो को हिला रही तो और उसने अपने मुँह में मेरे गुबारों को ले लिया और उन्हें चूसने लगा।

ऐसे करते-करते उसने मेरी सलवार भी उतार दी और मेरी कच्छी को फाड़ दिया। उसने पहली बार अपने सामने ऐसे किसी की (चू#) को देखा।

उसने अपनी उंगलियों को मेरी (चू#) के ऊपर फेरने लगा अब मेरी भी कपकपी छूटने लग ऋ थी क्यों की मेने भी ऐसा पहली बार किया था। राहुल में मेरी (चू#) के ऊपर थूका और अपनी उंगलिया अंदर डालने लगा।

मेरे हल्का-हल्का दर्द होने लगा। फिर राहुल खड़ा हुआ और अपने नुनु को मेरे मुँह के सामने ले आया और मेरे बाल पकड़ के मेरे मुँह में अपने नुनु को घुसा दिया और अंदर बहार अंदर बहार करने लगा।

अब में भी उसके नुनु को लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी। फिर उसने अपने नुनु को मेरे थूक से गीला तो कर ही लिया था।

उसने मेरी टांगो को फैलाया और मेने (चू#) में अपने नुनु को घुसा दिया जैसे ही उसने मेरे अंदर घुसाया। मेरी एकदम से चीख निकल आई (आह आह) राहुल तो पूरे जॉश में था पहली बार जो उसे ऐसा करने को मिल रहा था उसका तो जोश ख़तम होने का नाम ही नहीं ले रहगा था।

अब वह जितनी बार अपने नुनु को मेरी (चू#) से अंदर बहार अंदर बहार करे मुझे उतना ही मज़ा आये और उतना ही दर्द हो। अपर मजे के आगे दर्द भी फीका पद रहा था।

राहुल का भी अब निकलने को हो रहा था तो उसने अपने नुनु को मेरी (चू#) से बहार निकाल के मेरे मुँह में दे दिया। जैसे ही मेने दो से तीन बार उसके नुनु को चूसा उसने अपने साड़ी किरीम मेरे मुँह के ऊपर गिरा दी।

में भी राहुल से पूरी तरह से संतुष्ट हो चुकी थी उसके साथ पहली बार करने में मुझे बहुत मज़ा आया और अब जब-जब हमें ऐसा मौका मिलता हैं तो हम किसी भी मोके को छोड़ते नहीं हैं। ये मेरी और राहुल की कहानी थी।

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