सहेली के बेटे के साथ की चुदाई

सहेली के बेटे का इतना मोटा था की मेरी चूत ही फट गई 

हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सभी लोग आज की कहानी मेरी खास सहेली के बेटे और मेरे बीच की है मेरी सहेली के बेटे का नाम रोहित है और उसका बहुत ही मोटा है। 

एक ही बिस्तर पर मैंने अपने सबसे खास सहेली के बेटे के साथ जो रात गुजारी और हम दोनों के बीच जो जो हुआ उसका एक एक पल शायद मैं कभी ना भूल पाऊं हम दोनों बिना कपड़ों के एक दूसरे से लिपट कर सोए और वह सब किया जो मैं हमेशा से करना चाहती थी।   

मेरे पड़ोस में मेरी सबसे खास सहेली रहती है जो उम्र में मुझसे काफी बड़ी थी लेकिन मैं उसके लिए बहुत खास थी। उनका एक बेटा था रोहित जिस से मेरी मुलाकात होती रहती थी क्योंकि उनके घर मेरा आना जाना लगा रहता था।

 रोहित से कई बार मेरी नजरें टकराती थी लेकिन इसी दौरान मुझे पता ही नहीं चला कि मुझसे  कब रोहित को प्यार हो गया उसने मेरे घर आकर मुझसे यह बात कही भी लेकिन मैंने उसे मना कर दिया और उसके इजहार के बाद मुझे पता ही नहीं चला कि मुझे भी रोहित से प्यार हो गया।

वह जब जब घर पर अकेला होता था तब मैं रोहित से मिलने चली जाती थी और उसके साथ कुछ हसीन पल बिताती हम दोनों एक दूसरे को चूमते एक दूसरे को गले लगाते और कभी-कभी रोहित मेरे घर भी आता तो हम एक दूसरे से लिपट कर बिस्तर पर सो जाते  थे।

लेकिन क्योंकि वह मेरी खास सहेली का बेटा था मैंने कभी अपनी हद नहीं पार की लेकिन प्यार में जिस्म पर किसका काबू रहता है तो कभी हम बिस्तर पर एक दूसरे को लिपट कर सोते तो कभी बाथरूम में लिपट कर एक दूसरे के साथ नहाते तो कभी किचन पर रोहित मुझे प्लेटफार्म पर बिठा देता और मुझे बेइंतहा प्यार करता लेकिन कई बार मुझे लगता था कि प्यार गलत था 

क्योंकि जिस तरह मेरी और मेरी सहेली के बीच उम्र का अंतर था उसी तरह मेरी और रोहित में उम्र का बहुत फासला था मैंने कई बार रोहित को मिलने से मना किया लेकिन जैसे ही मैं यह बात कहती वह मुझे चूम लेता, उसके चूमते ही मेरी आंखें बंद हो जाती और आगे मैं कुछ नहीं कह पाती ।

और बस जब मौका मिलता हम दोनों एक दूसरे से मिलते और एक दूसरे को खूब प्यार करते हैं लेकिन इसी दौरान मेरी मम्मी मेरे घर रहने आ गई तो मैं रोहित को अपने घर नहीं बुला पाती थी उसकी मम्मी का भी बाहर आना जाना कम हो गया तो हम दोनों के बीच मुलाकात ही नहीं हो पाती थी।

लेकिन एक रात मुझसे रहा नहीं गया और मैं चुपचाप रोहित के यहां चली गई खिड़की से रोहित के कमरे में घुसकर उसे जोर जोर से चूमने लगी। Antarvasna

रोहित के कमरे से आवाज आने पर शायद उसकी मम्मी को शक हुआ और वह रोहित के कमरे में आई आ गई और कहने लगी कि आज मुझे बहुत घबराहट हो रही है और रोहित के पास ही सो गई 

उसकी मम्मी की आवाज सुनते ही मैं बिस्तर के नीचे जाकर छुप गई थी और रोहित सोने का नाटक करने लगा जिस बिस्तर पर मेरी सबसे खास सहेली और रोहित सो रहे थे मैं उसे बिस्तर के नीचे छुपी हुई थी मुझे बहुत डर लगने लगा और फर्श भी काफी ठंडा था आधे घंटे तक मैं आ छुपी रही 

लेकिन इसके बाद मुझसे रहा नहीं गया तो मैं बिस्तर से बाहर निकली और फिर रोहित के पास चली गई और उसे प्यार करने लगी हम दोनों प्यार में इतने दिन हो चुके थे कि हम यह भी भूल गए कि रोहित की मां और मेरी सबसे अच्छी सहेली बगल में सोई हुई है।

रोहित को प्यार करते करते मैं एकदम से फिसल कर रोहित के ऊपर गिर गई और मैंने महसूस किया कि उसका लंड एकदम कड़क हो रखा था अब मैं करती तो क्या क्योंकि रोहित के बगल में उसकी मम्मी सो रखी थी। 

अब मैंने रोहित के गाल पर किस किया और उसे बोला कि कमरे से पेशाब करने के बहाने बाहर आओ मैं तुम्हें ऊपर छत पर मिलूंगी। मैं छत पर तो चली गई लेकिन रात के समय में इतनी ठंड लग रही थी कि कहीं बताऊं मेरी जितनी भी गर्माहट थी वह सब ठंड में रह गई।

इतने में रोहित ऊपर छत में आया और उसने आते ही मेरे होठों से अपने हॉट मिला लिए उसने मेरे को बहुत देर तक चूसा लेकिन उस टाइम पर मैं को ठंड का बिल्कुल भी एहसास नहीं हुआ। 

अब मैं भी गर्म होने लगी थी और वही तो पहले से ही गर्म था उसका लंड  जो इतना सख्त हो रखा था। रोहित फिर से नीचे गया वह नीचे से एक दरी लेकर आया और उसने छत पर आकर उसे बिछा दिया।

फिर उसने मुझे वहां पर लिटाया और मेरे ऊपर लेट कर मेरे कपड़े को बताने लगा पता नहीं उस सिम पर मुझे क्या हुआ मुझे बिल्कुल भी ठंड नहीं लग रही थी और मैं अपने सभी चीजों को भूल चुकी थी।

मैं यह भी भूल चुकी थी कि उसकी मम्मी मेरी सबसे खास सहेली है अगर उन्हें पता चला तो हमारे बीच की दोस्ती खत्म हो सकती थी। लेकिन आप जानते ही हैं कि प्यार में तो कुछ भी किसी का काबू नहीं होता। 

अब रोहित ने मेरा ब्लाउज खोला और मेरे जूते यानी कि मेरे दूध अपने मुंह में दवा लिए और उन्हें चूसने लगा। रोहित तो पहले से ही गर्म हो चुका था अब मेरी बारी थी मैंने रोहित का लंड अपने हाथ में लिया और उसको हिलाने लगी एकदम रोहित की आवाज आई आह आराम से।

 मैं तो उसके प्यार में इतना पागल हो चुकी थी कि मैं सब कुछ भूल चुकी थी मैंने उसका लंड अपने मुंह में ले लिया और उसको लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी अब आपको क्या ही बताऊं कितना मजा आ रहा था मैंने तो उसको प्यार भरी नजरो से देखा और उसको चूसने लगी उसको भी बहुत मजा आ रहा था।  

क्या ही बताऊं इतना मिनट इंतजार जो किया मैंने इसके लिए। रोहित ने मेरी साड़ी को ऊपर किया और मेरी चूत  को चाटने लगा जैसे ही उसने मेरी चूत  पर अपनी जीभ लगाई ओहो  इतना मजा आया कि मेरे सारे रोंगटे खड़े हो गए।

कुछ देर तक वह मेरी चूत को चाटते रहा फिर वह अपने घुटनों के बल बैठा और अपने लंड को मेरे मेरी चूत के ऊपर मारने लगा। अब राहुल ने मेरी चूत  के अंदर धीरे से अपना लंड  डाल दिया मेरी तो एकदम चीख निकली आह।

 मैंने रोहित से बोला रोहित मुझे खुश कर दो मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं।  मुझे चोदो शाबाश तुम्हारा तो बहुत बड़ा है रोहित मैं उसे ऐसा बोलती रही रोहित तो अपने पूरे ही जोश में था उसका इतना बड़ा था कि मेरी चूत फट गई।  

हम ऐसे ही करते रहे उसका लंड तो बहुत बड़ा और  बहुत अच्छा था उसने तो बहुत देर तक मेरे साथ सेक्स किया कभी वह मेरे दूध को चूसता और कभी वह मेरे मुंह में देता क्या ही बताऊं आपको मुझे तो उसके साथ में करने में बहुत मजा आया। 

अब मेरी मां भी अपने गाँव जा चुकी थी और मेरा घर अब खाली भी रहता था। अब मैं जब मन करे तब रोहित को फोन कर के अपने घर पर बुला लेती थी । 

वह आता और हम दोनों पहले की तरह साथ में लिपट कर सोते और साथ में नहाते और रोहित अलग-अलग तरीकों से मेरे साथ में सेक्स करता था और हम दोनों अपनी जिंदगी में खुश थे।

तो दोस्तों आशा है कि आपको सहेली के बेटे के साथ की चुदाई कहानी पढ़कर बहुत ही मजा आया होगा। 

 

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