देसी आंटी की चुदाई भाग-2

जैसा की आपने पिछली कहानी देसी आंटी की चुदाई भाग-1 में पढ़ा की कैसे मुझे आंटी की बेटी घूरती थी और उससे आंटी परेशान हो गयी थी! तो मैंने आंटी के सामने मैंने किस प्रस्ताव रखा और आंटी ने हां बोल दिया!

तो घर पर कोई नहीं था बेटी एग्जाम देने गयी थी और आंटी और मैं घर पर थे! आंटी ने मुझे कहा देखो तुम कुछ ऐसा वैसा मत करना ठीक हैं!

मैंने उनकी आँखों में देखा और उनके होंठो पर होंठ रख दिए! उन्होंने अपने हाथ सीधे रखे और मुझे रोकने की कोशिश नहीं करी! मैंने उन्हें कसकर बाहो में लेलिया और अच्छे से किस करी!

करीब 5 मिनट बाद मैंने उन्हें छोड़ा और गुस्से से बोला की ये आप क्या कर रही हैं?
उन्होंने कहा क्या हुआ? तो मैंने कहा आप लाश की तरह खड़ी हैं आप भी तो कुछ कीजिये ऐसे में मजा नहीं आ रहा हैं! उन्होंने कहा अच्छा ठीक हैं तो दोबारा करते हैं!

अगली बार मैंने उन्हें किस किया और उन्होंने मेरा पूरा साथ दिया! अब वो खुल गयी और मेरे कमर पर हाथ फेरने लगी! मैंने भी उनकी कमर पर हाथ फेरना शुरू कर दिया!

उन्होंने साड़ी पहनी थी तो उनकी थोड़ी बहुत नंगी कमर पर मैं हाथ फेर रहा था! थोड़ी देर किस के बाद उन्होंने पूछा हो गया, मैंने कहा यार मैं अपने आप बता दूंगा आप चुप रहना बस! उन्होंने कहा ठीक है…

आधे से ज्यादा उनका मूड बन चूका था और अब तीसरी बारी किस शुरू हो गयी! अबकी बार मैंने उनके मुँह में जीभ डाली और उन्होंने भी जीभ चूसना शुरू कर दिया!

काफी देर हो गयी थी और अब मैं धीरे धीरे उनके कमर पर हाथ फेरता फेरता गांड पर हाथ लगाने लगा! उन्होंने कुछ नहीं कहा वो किस में मदहोश हो गयी थी! मैंने उनके मोटे चुत्तड़ दबाना शुरू कर दिया और उन्होंने कुछ नहीं कहा!

मेरी हिम्मत और ज्यादा बढ़ती गयी तो मैंने एक पैर को धीरे से उठाया! हम खड़े होकर किस कर रहे थे तो मैंने उनकी एक टांग उठाकर उसे सहलाना शुरू कर दिया! धीरे धीरे मैंने साड़ी के अंदर हाथ डाला और उनकी जांघ तक हाथ पहुंच गया! उन्होंने अभी भी कुछ नहीं कहा और मैंने फिर धीरे धीरे चूत की तरफ हाथ बढ़ाया और उसने मुझे रोक लिया!

पर वो अभी भी मुझे चुम रही थी, मैंने फिरसे प्रयास किया उसने फिरसे मेरा हाथ रोक लिया! पर मैंने इस बार उसका हाथ हटा दिया और अपने हाथ को चूत तक ले गया!

आंटी ने कच्छी नहीं पहनी थी तो मेरा हाथ सीधा चूत पर लगा जो गीली हो गयी थी! मैंने उसे सहलाना शुरू किया वो दूर होने की कोशिश करने लगी पर मैंने उन्हें बाहो में जकड़े हुए था!

अब मैंने चूत में ऊँगली देदी और उन्होंने टाँगे बिचना शुरू कर दिया ! मैं नहीं माना और लगातार चूत में ऊँगली करता गया! अचानक उन्हें भी जोश चढ़ गया! उन्होंने धीरे से मेरे पाजामे नाड़ा खोला और धीरे से अपना हाथ मेरे कच्छे में डाला!

माहौल गरम हो चूका था हम दोनों एक दूसरे की मुठ मार रहे थे और एक दूसरे को चूमे जा रहे थे! डर था की चूमना छोड़ा तो आंटी नहीं मानेगी और बात खराब हो जाएगी! कुछ देर ऐसा करने के बाद उनका पानी निकल गया और वो ढीली पड़ गयी तो मैंने उन्हें धीरे धीरे बेड पर लिटा दिया! वो मेरे मुठ अभी भी मार रही थी और मेरा भी झड़ गया था!

वो ढीली पड़ चुकी थी और मैंने उनके ब्लाउज खोलकर बूब्स निकाल दिए थे! मैंने उनके बूब्स को चाटने और चूमने लगा बहुत मस्त ओस मुलायम चूचा था उनका! वो मुझे सेहला रही थी और कुछ देर बाद मेरा लंड फिर खड़ा हो गया!

अब मैं उठा और वो मुझे देख रही थी मेरी आँखों में! मैंने उनकी साडी उठायी वो त्यार थी उन्होंने मुझे नहीं रोका! मैंने उनकी टाँगे उठायी हुई थी मुझे चूत साफ़ दिख रही थी हलके बाल वाली! उनके बूब्स बहार थे आँखों में नशा था और वो त्यार थी!

तो ,मैंने भी लंड को चूत में डाला और देसी आंटी की चुदाई शुरू! दो तीन झटके के बाद आंटी ने बोला आयी लव यू ! तो मैंने भी बोल दिया आयी लव यू टू और चुदाई तेजी से करने लगा! उनकी चीखे निकल रही थी और मैं उनके होंठ फिरसे चूमने लगा!

हम थोड़ा जल्दी में थे कहि बेटी न आ जाये तो मैंने चुदाई जोर से शुरू करदी! थोड़ी देर बाद मेरा सारा माल चूत में झड़ गया और हम दोनों अब शांत हो गए!

जाते जाते मैंने कहा जबतक आपकी बेटी हॉस्टल नहीं चली जाती मैं गांव जा रहा हूँ! आंटी ये सुनकर खुश हुई और जाने से पहले मुझे चूमा और कहा तुम ये सब कभी भी कर सकते हो!

ये थी मेरी कहानी दोस्तों आपका बहुत बहुत धन्यवाद!

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