Mastram Group Sex

हेलो दोस्तों आपने आज तक बहुत सारी सेक्सी कहानियां पड़ी होंगी !

कोई भाई बहन, कोई चाचा चाची, कोई भाभी या गर्लफ्रेंड की चुदाई !

पर आज जो मैं आपको अपनी कहानी सुनाने जा रहा हूं वह इन सब से बिल्कुल अलग है! तो शुरू करते हैं मेरा नाम मस्तराम है और मेरी उम्र 22 साल है मैं दिखने में अच्छा खासा हूं!

यह जो कहानी मैं आपको सुनाने जा रहा हूं मस्तराम की समूह चुदाई यह हाल फिलहाल की है!

तो दोस्तों मेरी एक बहुत अच्छी दोस्त है जिसका नाम है मनीषा!

मनीषा की उम्र भी मेरी जितनी है और वह भी दिखने में अच्छी खासी है !

1 दिन मनीषा ने मुझे एक पार्टी के लिए निमंत्रित दिया उसने कहा कि उसकी दो दोस्त और वह है बस इस पार्टी में! तो मैंने कहा कि मैं कहां लड़कियों के बीच बैठूंगा तो मैंने मना कर दिया!

फिर सब कुछ नॉर्मल था दो दिन बाद मनीषा ने दोबारा मुझे उस पार्टी के लिए निमंत्रित दिया और कहा कि मेरा सबसे अच्छा दोस्त है और इस पार्टी के लिए वैसे तुझे ही बुला रही हूं!

तो तू कृपया करके आजा, मैंने सोचा कि यह तो मजे की बात है तीन लड़कियां मुझे पार्टी में बुला रही है वह भी रात को जब घर पर कोई नहीं होगा !

मैंने हां कर दिया उसके बाद जिस दिन पार्टी थी उस दिन कोई भी नहीं दिखा सुबह मुझे!

मैंने मनीषा को फोन करके पूछा कि तुम सब कहां हो उसने बताया कि वह कमरे को सजा रहे हैं पार्टी करने के लिए !

मुझे लगा बहुत अच्छी पार्टी करने वाले हैं तो मैं खुश हो गया! रात को मैं अच्छे कपड़े पहनकर और अच्छा बनकर उनके घर गया पार्टी में !

जैसे ही उन्होंने दरवाजा खोला बहुत अच्छे सुगंध आने लगी और दरवाजा मनीषा ने खोला जो कि बहुत ज्यादा सुंदर लग रही थी!

उसने बहुत अच्छे कपड़े पहने थे वन पीस, जिसको हम सिंगल ड्रेस कहते हैं जो घुटनों तक आती है!

वह गुलाबी कलर की और बाकी दो लड़कियां भी बहुत सुंदर लग रही थी उन्होंने भी सिंगल कपड़ा वन पीस वाली ड्रेस पहनी थी!

उनमें से एक ने पूरी काली और दूसरी ने लाल रंग की ड्रेस पहनी थी !

मैंने उन सब की तारीफ करी और उन्होंने भी मेरी तारीफ करी है अच्छे लग रहे थे!

उसके बाद हमने पार्टी करने को कहा तो सारा सामान लड़कियां लायी थी उन्होंने अपने किचन से फ्रिज में से व्हिस्की की बूटले लेकर आई!

कांच के चार गिलास, बर्फ और चखने में खीरा ,प्याज , टमाटर , मुफ़ली और नमकीन सब ले आई! एक प्लेट में फ्रूट्स , चिप्स कुरकुरे, नमकीन और एक में था खीरा और प्याज टमाटर!

यह सब देख कर तो मेरी आंखें बड़ी हो गई इतनी अच्छी पार्टी तो हम लड़के भी नहीं करते!

उन्होंने इतना अच्छा इंतजाम कर रखा था कसम से मुंह में पानी आ गया!

तो हमने धीरे-धीरे पीना स्टार्ट कर दिया करीब 4 पैक पीने के बाद हम सबको सुरूर सा गया तो मनीषा ने बोला कि हम कोई गेम खेलते हैं जिससे आज की पार्टी याद रहे!

तो हम सब नशे में थे ही तो सब ने हां बोल दिया तो हमने ताश खेलने शुरू करदिये !

पर उसके रूल्स कुछ अलग था! उन्होंने कहा जो हारेगा उसे जो बोला जाए इस कमरे में वो करना पड़ेगा और ये बात इस कमरे से बहार नहीं जाएगी!

गेम शुरू हुआ सबसे पहले मैं हारा तो उन्होंने मुझे पैंट उतारने को कहा मैंने उतार दी नशे में तो था ही!

उसके बाद मनीषा हारी तो जितने वाली उसकी दोस्त थी उसने उसे सिंगल पीस वाले कपड़े उतारने को कहा!

पहले उसने नखरे करे पर वो मान गयी उसके बाद उसने अपनी ड्रेस उतारी तो क्या बवाल लगरी थी वो उसने अंदर भी मैचिंग वाले गुलाबी रंग की ब्रा और पैंटी पहनी थी! उसे देखकर तो मेरा खड़ा हो गया!

फिर तो कपडे उतारने का सिलसिला शुरू हो गया था जो भी हारता सब कपड़े उतार देते!

मनीषा की दोनों दोस्तों ने अपने कपड़े उतार दिए थे वो भी मैचिंग वाली ब्रा पैंटी पहन कर बैठी हुई थी!

हम सब अधनंगे बैठे थे! गेम चालू थी मनीषा हार गयी और मैं जीता तो मैंने उसे ब्रा उतारने को कहा!

वो मुझे देखकर हसी और बोली तेरी बारी आने दे बेटा रुक तू! बस उसने अपनी ब्रा उतारकर अपने हाथ से निप्पल छुपा लिए!

मेरा ध्यान उसी के चुच्चो पर था और इसी वजह से मैं गेम हार गया मनीषा ने मुझे चड्डी उतारने को कहा क्युकी वही एक चीज बची थी! मैंने हाथ से अपना लंड छुपाया हुआ था क्युकी पूरा नंगा मैं हो गया था!

उधर मनीषा फिरसे जीती और अपनी फ्रंड को पैंटी उतारने को बोला उसने धीरे से सावधानी से हाथ रखकर अपनी कच्छी उतार फेंकी!

मेरा तो उसकी जांगे देखकर खड़ा हो गया! कुछ देर तक गेम चली और आखिर मैं वो तीनो लड़किया और मैं पुरे नंगे हो गए!

तो मनीषा ने बोला की अब एक साथ सारे खड़े होंगे और अपने हाथ ऊपर करेंगे कोई भी हाथ से छुपायेगा नहीं!

सब राजी हो गए और एक दो तीन और सबने हाथ ऊपर करलिए और खड़े हो गए सब! वाह्ह क्या सीन था तीनो बिलकुल नंगी थी मेरे सामने गोरे चिट्टे बूब्स, मनीषा की चूत पर हलके बाल थे और बाकी दोनों की साफ़!

मैं उनके नंगे पार्ट्स देखता और वो मेरे देख रही थी! फिर कमरे में शांति हो गयी सब एक दूसरे को नंगा देखकर एक दूसरे पर हाथ फेरने लगे! मनीषा मुझे चूमने लग गयी और मनीषा की दोस्त मनीषा के बूब्स चूसने लगी!

बहुत गर्म माहौल हो गया एकदम से बहुत मजा आ रहा था हम एक साथ थे कोई किसी के भी शरीर को छू रहा था! मैंने तो तीनो के बूब्स दबा दिए थे और मैं अब मनीषा के बूब्स चूसने लगा!

इतने में मनीषा की दोस्त ने मेरे लंड को मुँह में लेलिया और चूसने लगी!

तीसरी दोस्त और मनीषा किस करने में व्यस्त थे! मुझे कुछ समज नहीं आ रहा था की ये क्या हैं पर जो भी था बहुत मजेदार था!

मैंने मनीषा का पेट चूमते चूमते चूत चाटने लगा और मनीषा की दोस्त मेरे टट्टे भी चूसने लगी! तीसरी दोस्त ने आकर मेरी गांड के छेद पर जीभ फेरना शुरू करदिया!

मेरे तो रोंगटे खड़े हो गए और कुछ देर बाद मनीषा मेरा लंड चूसने लगी और बाकि दो मुझे चूमने चाटने लगी!

बहुत मजा आ रहा था माहौल पूरा गर्म हो चूका था और हमारा शरीर भी! मुझसे अब रहा नहीं गया मैंने पहले मनीषा को लिटा दिया और उसकी चुत में लंड घुसा दिया!

मैंने उसकी चुदाई शुरू करदी और बाकि दोनों दोस्त ऐसे देख रही थी मानो कभी चुदाई नहीं देखि!

उनमे से एक मनीषा के बूब्स चूस रही थी और दूसरी मनीषा के चेहरे पर चुत रखकर मेरे और मुँह करके किस कर रही थी!

कुछ देर बाद मनीषा की दोस्त ने मनीषा की चुत से मेरा लंड निकाला और अपनी चूत में डाल दिया!

अब मैं मनीषा की दोस्त की मस्त चुदाई करने लगा और मनीषा और उसकी दूसरी दोस्त मुझे बारी बारी चुम रही थी!

उनकी सिसकारियाँ आह उठ सससस की पूरी कमरे में गूंज रही थी! कुछ देर बाद मनीषा की तीसरी दोस्त ने मुझे उसकी चुदाई करने को कहा तो मैंने उसकी चुत मारना शुरू करदिया!

ये चुदाई का सिलसिला करीब आधे घंटे चला और फिर मेरा झड़ गया! उसके बाद भी हम सब एक दूसरे को चूमते सहलाते जा रहे थे!

फिर उन्होंने मुझे चूमना शुरू करदिया तीनो लड़किया बारी बारी मुझे होंठ पर चूमने लगी!

उसके बाद मेरा हो गया फिरसे खड़ा तो मैंने उन तीनो को घोड़ी बना दिया और बारी बारी 5 मिनट सबको चोदने लगा!

बहुत देर हो चुकी थी और मैंने तीनो की अच्छे से चुदाई कर चूका था पर मनीषा से मन नहीं भरा था!

मनीषा की चूत बहुत टाइट थी इसीलिए मुझे वंहा ज्यादा मजा आ रहा था और मैंने वंहा जोर जोर से चुदाई शुरू करदी और आखिर में मेरा झड़ गया!

अब हम सारे थक चुके थे और नंगे ही इधर उधर जंहा जगा मिली वोंही सो गए! तो दोस्तों ये थी मस्तराम की अध्भुत कहानी!

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