Choot मारकर Devar ने Bhabhi की इच्छा की पूरी जाने कैसे

हेलो दोस्तों आज की यह कहानी मेरे मेरे और मेरे देवर के ऊपर हैं जाने चूत मारकर देवर ने भाभी की इच्छा को कैसे पूरा किया

मेरा नाम मीना है और मैं 25 साल की हूं । मेरी शादी को 3 साल हो चुके हैं लेकिन मैं अभी तक मां नहीं बन पाए। मेरे घर में पति के अलावा सास ससुर और एक नटखटी देवर है उसका नाम अरविंद है। 

मेरे पति काम के सिलसिले में ज्यादातर शहर से बाहर रहते हैं । बच्चे ना होने के कारण मेरे सास-ससुर मुझे हमेशा ताने देते हैं। पति थोड़े कमजोर है पति से जब भी लड़ाई होती हैं देवर मुझे कोस्टा हैं कि तुम भइया को दोष क्यों देती हो। 

तुम अपना इलाज करवाओ दिखाओ डॉक्टर से चेक करवा लो डॉक्टर ने कहा मेरे पति का स्पर्म काउंट कम  है। वह दवा से ठीक हो जाएगा और बाकी सब ठीक है मैंने सब अपनी सास को बताया मेरा देवर भी वहीं था।

  मेरे सास ससुर का कमरा नीचे है और हमारा कमरा ऊपर है।उस दिन मेरा देवर मेरे कमरे में आया शाम के 9:00 बजे  थे उसने कहा भाभी तुम रिपोर्ट मुझे दे दो मैं अपने डॉक्टर दोस्त को दिखाऊंगा मैंने कहा ठीक है। 

देवर ने अपने डॉक्टर दोस्त को तुरंत कॉल करके उसे रिपोर्ट दे दी। फिर उसके डॉक्टर दोस्त ने बात की तुम्हारे भइया में ही कमी हैं  और फिर मुझसे कहने लगा भाभी आप ठीक हो पर कभी तो भैया में है। 

फिर उसने कहा भाभी मैं आपसे कुछ कहना चाहता हूं लेकिन वह बात आप अपने तक ही रखना मैंने कहा क्या बात है बताओ। उसने कहा भाभी मैं कॉल बॉय के धंधे में भी हूं। और हाई सोसाइटी में मेरी बहुत पहचान है और इस धंधे में मुझे पैसे मिलते हैं। 

उसने मुझे कहा भाभी आप तो सेक्स बॉम हो लेकिन किस्मत देखो भइया इस तरह बात करते हैं। हमें इस तरह  बात करते-करते 12:00 बज गए मैंने कहा अब जाओ रात हो गई है जाकर सो जाओ।  

ये सुनकर वो चला गया  लेकिन उसने फिर रात को 1:00 बजे अपने कमरे से मुझे फोन किया और बोला कि भाभी मुझे नींद नहीं आ रही है। मैं वहां आ जाऊं दोनों बात करते करते सो जाएंगे मैंने भी सोचा कि अकेली तो मैं भी हूँ  कंपनी मिल जाएगी।

 तो यही सोच के मेने उसे बुला लिया गर्मी का समय था तो उसने निचे चटाई बिछाई और लेट  गया। फिर उसने कहा क्यों न हम दोनों नीचे ही सोते हैं। मैं भैया के बिस्तर पर नहीं सोना चाहता। 

मैं भी चटाई में उसके बगल में सो गई उसने मुझे कहा भाभी की लाइट बंद करो लाइट बंद होने के बाद उसने मुझसे कहा भाभी तुम बुरा ना माने तो एक बात कहूं।  मैंने पूछा क्या उसने कहा भाभी आपको देखकर मुझे सेक्स का बड़ा मन हो रहा है और मेरा लंड खड़ा हो गया है। 

 मैंने कहा देवर जी आप बहुत अच्छे हैं इस घर में सबसे अच्छे उसने तुरंत कहा आज मेरी ठरक मिटा दो जानेमन। मैं तुम्हें बच्चा दूंगा यह कहते हुए उसने अपने लूंगी और सब कुछ खोल दिया और कहा मैं सेक्स का भूखा हूं मैंने कई लड़कियों की सील तोड़ी है क्लास की सभी लड़कियां मुझसे चुदवा चुकी है।

 उसने धीरे से अपना हाथ मेरे चुचो में डाला और उन्हें मसलने लगा उसने फिर मुझसे कहा अपने कपडे उतार दो जानेमन।  मैंने खुद अपने कपडे नहीं उतारे तो उसने एक एक करके मेरे सारे कपडे निकाल दिए।  उसने  मुझसे कहा भाभी आज मैं तुम्हे बिलकुल नागा करके चोदूंगा।  

उसने अपना लंड मेरे हाथ में थमा के कहा लो इसे सहलाओ इससे खेलो।  उसका लंड बहुत बड़ा था 9.5 इंच और मोटा भी।  मुझसे अब रहा नहीं गया मैंने कहा जानू मुझे जल्दी चोदो तुम्हारे भइया से तो होता नहीं हैं।  

अब तुम ही मेरी प्यास बुझा दो तो अरविन्द ने कहा पहले  मेरे इस मुस्टंडे लंड को तो चुसो।  ये कहते हुए उसने अपने लंड को मेरे मुँह में डाल दिया और मेरे गालो को पकड़ के मुँह में चोदने लगा।  

25 मिनट चुदाई के बाद उसने मेरे मुँह में पिचकारी मारी और मेरा मुँह भर दिया।  और फिर मेरे मुँह से अपना लंड बहार निकाल दिया।  मैंने उसका सारा वीर्य निगल लिया। अब मैं बहुत गर्म  हो चुकी थी।  

मैंने कहा अरविन्द प्लीज़ चोदो ना तो अरविन्द ने कहा हाँ जानू आज रात भर तुम्हे पेलुँगा।  उसने मुझे कहा अपनी टांगे फैलाओ मैंने टांगे फैलाई फिर उसने मेरी टांगो के बिच आके अपने प्यारे लम्बे मोटे लंड को मेरी चूत के सुराग के ऊपर टिका दिया। 

 उसका लंड बहुत ही आता था मेरी चूत में अंदर ही नहीं जा रहा था।  उसने मुझसे कहा ये क्या भइया ने तो सील भी नहीं तोड़ी।  उसने कहा एक   काम करो थोड़ा सा तेल ले आओ।  मैं तुरंत किचन में गई और चुपके से तेल की पूरी बोतल ही उठा लाइ।  

फिर अरविन्द ने कहा लाइट जलाओ सरमाओ मत भले बीबी तुम भइया की हो पर जानेमन तो तुम मेरी हो ना।  मैंने लाइट जला दी।  मैंने अरविन्द के लंड को हाथ में लिया तो उसका लैंड एकदम गरम था।  

साढ़े 9 इंच लम्बा 3 इंच मोटा मैंने कहा कितना मस्त लंड हैं।  जानू तुम्हारे भइया का तो बहुत छोटा हैं।  उसने कहा मेरे लंड पर तेल लगाओ जानू।  मैंने फिर उसके लंड पर तेल लगाया और मैं मन ही मन खुश थी की आखिर कार मैं माँ बन सकती हूँ।  

मेरे देवर ने अपनी दो उंगलियों पे तेल लगा के मेरी चूत के ऊपर ऊँगली फेर के मेरे चूत पर भी तेल लगा दिया। उसने फिर अपना लंड डालते हुए कहा भाभी आपकी क्या मस्त चूत हैं ये तो बहुत टाइट हैं  मैं आजसे तुम्हे रोज चोदूंगा।  इतना कह के उसने लाइट बंद की और मेरे ऊपर चढ़ गया।  

उसने अपने  लंड के झटके से मेरी चूत को फाड़ते हुए अंदर घुसा दिया।  मुझे दर्द होने लगा में चूत से खून पिचकारी की तरह निकलने लगा।  फिर मेरा देवर कहा मानने वाला था उसने कहा सब्र करो अभी तो लंड घुसाया हैं अभी चोदने तो दो। 

 मैं दर्द के मारे रोती रही और आह आह करती रही और वो शेर की तरह मुझे चोदते रहा।  मुझे करीब एक घंटे चोदने के बाद उसने अपना पूरा लावा मेरी चूत के अंदर ही दाल दिया।  चुदाई के बाद जब उसने लाइट जलाई तो देखा निचे पूरा खून फैला हुआ था।  

फिर उसने अपने डॉक्टर दोस्त से बात की और उससे जाके मलहम लेकर आया।  उसने वापसी आके मेरी चूत पर मलहम लगया और फिर खून को साफ़ किया और रूम को धोया।  उस दिन के बाद जब भी मेरे हस्बैंड टूर पर जाते थे तो हम दोनों मस्त सेक्स करते थे। 

 ऐसे ही एक दिन मैं प्रेग्ननेंट हो गई और अपने देवर का बचा पेट में ले लिया।  मुझे बहुत  खुशी हुई।

दोस्तों आपको यह कहानी किसी लगी किर्प्या निचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताये आशा करती हूँ की आपको यह कहानी जरूर पसंद आई होगी।  

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